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Toggle1. बचपन और प्रारंभिक जीवन
लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 1990 में राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के दौलतपुरा गाँव में हुआ। वह बिश्नोई समुदाय से संबंधित है, जो पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण के लिए जाना जाता है।
- उनके पिता पुलिस में कांस्टेबल थे लेकिन बाद में खेती करने लगे।
- परिवार के धार्मिक और साधारण मूल्यों के बावजूद, लॉरेंस का झुकाव बचपन से ही बगावती प्रवृत्ति की ओर था।
- उसका नाम 15वीं शताब्दी के संत “लॉर्ड जंबेश्वर” के नाम पर रखा गया।
2. शिक्षा और कॉलेज का समय
लॉरेंस ने चंडीगढ़ और पंजाब में अपनी शिक्षा पूरी की। वह चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में पढ़ने गया, जहाँ वह छात्र राजनीति में सक्रिय हो गया।
- कॉलेज में उसने स्टूडेंट यूनियन चुनाव लड़ा, लेकिन हार गया।
- चुनाव के दौरान ही उसका सामना स्थानीय गिरोहों और आपराधिक गतिविधियों से हुआ। यह उसका अपराध की दुनिया में पहला कदम था।
- धीरे-धीरे, वह खुद एक गैंगस्टर बन गया और अपना गिरोह बनाने लगा।
3. अपराध की दुनिया में प्रवेश
कॉलेज के बाद लॉरेंस बिश्नोई ने आपराधिक गतिविधियाँ शुरू कर दीं।
- वह पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय हो गया।
- उसने हत्या, लूटपाट, और वसूली जैसे कई गंभीर अपराध किए।
सलमान खान को धमकी
लॉरेंस बिश्नोई पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में तब आया जब उसने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी।
- यह धमकी उसने “काले हिरण मामले” से जोड़ते हुए दी थी।
- बिश्नोई समुदाय काले हिरण को पवित्र मानता है, और लॉरेंस ने कहा था कि वह अपने समुदाय के सम्मान के लिए यह कदम उठाएगा।
4. कुख्यात अपराध और गैंग का विस्तार
गैंग संचालन
लॉरेंस का गैंग भारत के सबसे बड़े आपराधिक नेटवर्क्स में से एक है। इसमें सैकड़ों लोग शामिल हैं, जो भारत और विदेशों तक फैले हुए हैं।
- उसका गिरोह हत्या, फिरौती, ड्रग्स की तस्करी, और सुपारी किलिंग जैसे अपराधों में लिप्त है।
- जेल में होने के बावजूद, लॉरेंस बिश्नोई जेल से ही अपना गैंग ऑपरेट करता है।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या
लॉरेंस बिश्नोई का नाम 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में सामने आया।
- पुलिस ने आरोप लगाया कि इस हत्या की योजना लॉरेंस ने जेल से बनाई थी।
- हत्या का कारण व्यक्तिगत रंजिश और गैंगवार बताया गया।
5. जेल और अदालत का सफर
लॉरेंस बिश्नोई को कई बार गिरफ्तार किया गया, लेकिन जेल में रहते हुए भी उसका आपराधिक नेटवर्क सक्रिय रहा।
- वह मॉडर्न टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर जेल से अपने गैंग के सदस्यों को निर्देश देता है।
- उसकी गिरफ्तारी के बाद भी, उसके गिरोह ने अपराध करना बंद नहीं किया।
व्यक्तित्व और मानसिकता
- लॉरेंस खुद को “धार्मिक” और “क्रांतिकारी” कहता है।
- वह कहता है कि उसके अपराध समुदाय और संस्कृति की रक्षा के लिए हैं, लेकिन यह केवल एक बहाना है।
- उसने मीडिया में कहा है कि वह अपने “दुश्मनों” से बदला लेने में यकीन रखता है।
6. वर्तमान स्थिति और प्रभाव
लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल जेल में बंद है, लेकिन उसका नेटवर्क आज भी सक्रिय है।
- वह भारत के सबसे खतरनाक गैंगस्टर्स में से एक माना जाता है।
- उसका नाम इंटरनेशनल आपराधिक संगठनों से भी जोड़ा जाता है।
7. लॉरेंस बिश्नोई और विवाद
लॉरेंस बिश्नोई की कहानी में कई विवाद जुड़े हैं।
- उसका नाम न केवल हत्या और वसूली में आया, बल्कि वह भारत में संगठित अपराध का प्रतीक बन गया है।
- पुलिस के मुताबिक, वह गैंगवार का एक बड़ा कारण है, और उसके गिरोह ने कई निर्दोषों की जान ली है।
सारांश
लॉरेंस बिश्नोई की कहानी यह दिखाती है कि कैसे एक साधारण पृष्ठभूमि का व्यक्ति अपराध की दुनिया में कुख्यात हो सकता है।
- उसने अपनी आपराधिक गतिविधियों को “धार्मिक” और “सामाजिक न्याय” का रूप देने की कोशिश की।
- लेकिन उसके कार्यों ने समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा किया।
चेतावनी
लॉरेंस बिश्नोई की कहानी अपराध की दुनिया में जाने के खतरों को दिखाती है। यह हमें सिखाती है कि सही मार्ग चुनना कितना महत्वपूर्ण है।